रायसेन, 18 जनवरी 2022
प्रदेश में कोविड-19 से बच्चों को सुरक्षा देने शासन ने कक्षा 1 से 12 के स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया है। इस दौरान विद्यार्थियों की पढाई की निरन्तरता बनाए रखने के लिए 17 जनवरी से “हमारा घर-हमारा विद्यालय“ कार्यक्रम शुरू किया गया है। जिला परियोजना समन्वयक श्री सीबी तिवारी एवं विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक श्री आलोक राजपूत ने बताया कि जिले में भी हमारा घर-हमारा विद्यालय कार्यक्रम के तहत घरों में ही शैक्षणिक गतिविधियां संचालित की जा रही है।
जिला परियोजना समन्वयक श्री सीबी तिवारी ने बताया कि कोविड-19 के दृष्टिगत जिले में “हमारा घर-हमारा विद्यालय“ के तहत सभी बच्चों को घर में ही विद्यालयीन वातावरण उपलब्ध कराने हेतु शिक्षक एवं पालकों की महति भूमिका निर्धारित की गई है। प्रतिदिन परिवार के बड़े सदस्य द्वारा घर पर ही प्रातः 10 बजे घंटी या थाली बजाकर शिक्षण कार्य प्रारंभ कराया जा रहा है। प्रातः 10 से 11 बजे के मध्य बच्चे डिजीलेप व्हाट्सएप ग्रुप पर प्राप्त सामग्री को देखकर अध्ययन एवं अभ्यास करते हैं। इसके पश्चात प्रातः 11 से 12 बजे तक रेडियो स्कूल प्रसारण सुनते हैं एवं उससे संबंधित गतिविधियों को समझते हैं। इसके पश्चात दोपहर 12 से 01 बजे के मध्य शासन द्वारा प्राप्त ऐटग्रेड अभ्यास पुस्तिका पर कार्य करते हैं।
“हमारा घर-हमारा विद्यालय कार्यक्रम में शिक्षकों की भूमिका बताते हुए उन्होंने जानकारी दी कि शिक्षकों के मोबाइल पर एक दिवस पूर्व शाम को 8 बजे तक डिजीलेप के वीडियो भेजे जाते हैं जिन्हें शिक्षक देखते हैं और अगले दिन कक्षा के वाट्सएप ग्रुप पर प्रातः 10 बजे तक भेजते हैं। शिक्षकों द्वारा प्रतिदिन अपने विद्यालय के कम से कम 5 बच्चों से मोबाइल के माध्यम से पढ़ी गई सामग्री पर चर्चा कर अगले दिन की सामग्री के बारे में बताने तथा रिकार्ड संधारित करने के निर्देश दिए गए हैं। समय सारिणी अनुसार गतिविधियों का अवलोकन एवं आंकलन करना तथा अपना फीडबैक डायरी में प्रस्तुत करेंगे। इसी के साथ शिक्षक बच्चों से गृह कार्य जैसे एट ग्रेड अभ्यास पुस्तिकाए बच्चों के प्रतिदिन पढ़ने एवं लिखने की कॉपी की जाँच करेंगे, मौखिक गणित पर चर्चा करेंगे एवं उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे। इन सभी गतिविधियों की मॉनिटरिंग एम शिक्षा मित्र एप के माध्यम से की जा रही है।
प्रदेश में कोविड-19 से बच्चों को सुरक्षा देने शासन ने कक्षा 1 से 12 के स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया है। इस दौरान विद्यार्थियों की पढाई की निरन्तरता बनाए रखने के लिए 17 जनवरी से “हमारा घर-हमारा विद्यालय“ कार्यक्रम शुरू किया गया है। जिला परियोजना समन्वयक श्री सीबी तिवारी एवं विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक श्री आलोक राजपूत ने बताया कि जिले में भी हमारा घर-हमारा विद्यालय कार्यक्रम के तहत घरों में ही शैक्षणिक गतिविधियां संचालित की जा रही है।
जिला परियोजना समन्वयक श्री सीबी तिवारी ने बताया कि कोविड-19 के दृष्टिगत जिले में “हमारा घर-हमारा विद्यालय“ के तहत सभी बच्चों को घर में ही विद्यालयीन वातावरण उपलब्ध कराने हेतु शिक्षक एवं पालकों की महति भूमिका निर्धारित की गई है। प्रतिदिन परिवार के बड़े सदस्य द्वारा घर पर ही प्रातः 10 बजे घंटी या थाली बजाकर शिक्षण कार्य प्रारंभ कराया जा रहा है। प्रातः 10 से 11 बजे के मध्य बच्चे डिजीलेप व्हाट्सएप ग्रुप पर प्राप्त सामग्री को देखकर अध्ययन एवं अभ्यास करते हैं। इसके पश्चात प्रातः 11 से 12 बजे तक रेडियो स्कूल प्रसारण सुनते हैं एवं उससे संबंधित गतिविधियों को समझते हैं। इसके पश्चात दोपहर 12 से 01 बजे के मध्य शासन द्वारा प्राप्त ऐटग्रेड अभ्यास पुस्तिका पर कार्य करते हैं।
“हमारा घर-हमारा विद्यालय कार्यक्रम में शिक्षकों की भूमिका बताते हुए उन्होंने जानकारी दी कि शिक्षकों के मोबाइल पर एक दिवस पूर्व शाम को 8 बजे तक डिजीलेप के वीडियो भेजे जाते हैं जिन्हें शिक्षक देखते हैं और अगले दिन कक्षा के वाट्सएप ग्रुप पर प्रातः 10 बजे तक भेजते हैं। शिक्षकों द्वारा प्रतिदिन अपने विद्यालय के कम से कम 5 बच्चों से मोबाइल के माध्यम से पढ़ी गई सामग्री पर चर्चा कर अगले दिन की सामग्री के बारे में बताने तथा रिकार्ड संधारित करने के निर्देश दिए गए हैं। समय सारिणी अनुसार गतिविधियों का अवलोकन एवं आंकलन करना तथा अपना फीडबैक डायरी में प्रस्तुत करेंगे। इसी के साथ शिक्षक बच्चों से गृह कार्य जैसे एट ग्रेड अभ्यास पुस्तिकाए बच्चों के प्रतिदिन पढ़ने एवं लिखने की कॉपी की जाँच करेंगे, मौखिक गणित पर चर्चा करेंगे एवं उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे। इन सभी गतिविधियों की मॉनिटरिंग एम शिक्षा मित्र एप के माध्यम से की जा रही है।
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