जयपुर। कोरोना के बेकाबू खतरे के बीच राजस्थान सरकार ने बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करने का ऐलान कर दिया है। 3 मार्च से बोर्ड की परीक्षाएं होंगी। मंत्री बीडी कल्ला का कहना है कि जिस भी स्कूल में कोई छात्र कोरोना पॉजिटिव होगा, वहां पर एक्जाम बाद में होंगे। सरकार का कोरोना के भयावह दौर के बीच परीक्षा आगे खिसकाने या स्थगित करने का कोई विचार नहीं है। कुल 6074 परीक्षा केंद्रों पर 20 लाख से ज्यादा छात्र परीक्षा देंगे। शिक्षा महकमा एक्जाम की तैयारियों में जुटा है।
   मंत्री बीडी कल्ला का कहना है कि परीक्षा के आयोजन में पूरी सावधानी बरती जाएगी। एक भी बच्चे के संक्रमित होने पर संबंधित स्कूल में परीक्षा आयोजित नहीं होंगी। वहां पर परीक्षाएं बाद में कराई जाएंगी। इस बार परीक्षा के दौरान 2874 होमगार्ड और 830 पुलिस टीम टीमें तैनात होंगी। 300 संवेदनशील और अति संवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रखी जाएगी। नकल करने वाले परीक्षार्थियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। हर परीक्षा केंद्र पर सेनेटाइजर, मास्क की व्यवस्था होगी और सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालना कराया जाएगा। मंत्री बीडी कल्ला का कहना है कि प्रैक्टिकल एग्जाम 17 जनवरी से शुरू होंगे, जिसें पूरी तरह सावधानी बरती जाएगी। जिला कलेक्टर्स को सरकार ने यह पॉवर दिए हुए कहा है कि वो हालात के मुताबिक कदम उठाएं। उन्होंने साफ किया कि परीक्षाएं समय पर नहीं होंगी तो राजस्थान के छात्र पिछड़ जाएंगे, इसलिए परीक्षा कराना बेहद जरूरी है। हालांकि ये जरूर देखा जाएगा कि क्या उस वक्त परीक्षा के लिए परिस्थितियां कितनी अनुकूल रहेंगी। इधर, शिक्षा मंत्री डॉक्टर बीडी कल्ला ने नदबई विधायक जोगेंद्र अवाना द्वारा स्कूल प्रिंसिपल को एपीओ कराने के मामले से अनभिज्ञता जताई। जयपुर में पत्रकारों से बातचीत में कल्ला ने कहा कि उन्हें इस मामले में कोई जानकारी नहीं है, इसलिए वो इस पर कुछ भी कमेंट नहीं कर सकते। विधायक जोगेंद्र अवाना ने एक छात्र द्वारा विधायक का नाम नहीं बताने पर स्कूल प्रिंसिपल को एपीओ करा दिया गया था।