जयपुर। राजस्थान में पहली बार आठ माह बाद एक साथ छह हजार से ज्यादा कोरोना केस सामने आये हैं। इतनी बड़ी संख्या में केस एक साथ आने से प्रदेशभर में चिंता की लहर दौड़ गई है। राजस्थान में संक्रमण की दर 10 और जयपुर से 15 फीसदी से ऊपर पहुंच गई है। नये आंकड़ों के बाद राजस्थान की संक्रमण दर 10.76 और जयपुर की 15.16 फीसदी हो गई है। तीसरी लहर में कोरोना राजस्थान के चप्पे-चप्पे तक पहुंच गया है।
  हालत यह है कि प्रदेश के सभी 33 जिलों में कोरोना ने अपने पैर पसार लिये हैं। इसके साथ ही अब प्रदेश में 25 हजार 88 एक्टिव केस हो गये हैं। सोमवार को भी सबसे ज्यादा 2749 नए केस राजधानी जयपुर में सामने आये हैं। जयपुर कोरोना से दो लोगों की मौत भी हो गई है। राजस्थान में इससे पहले गत वर्ष 21 मई को 6225 केस मिले थे। वहीं जयपुर में 14 मई को 2823 केस पाये गये थे।


राजधानी जयपुर के अलावा राज्य के अन्य जिलों में भी हालात भयावह होते जा रहे हैं। जयपुर, जोधपुर और अलवर समेत 10 जिलों में रोजना नये कोरोना केसेज 100 से अधिक आ रहे हैं। सोमवार को जोधपुर में 601, अलवर में 375, कोटा में 325, उदयपुर में 324, बाड़मेर में 234, बीकानेर में 201, चित्तौड़गढ़ में 180, सीकर में 173 और अजमेर में 128 केस सामने आये हैं। इन जिलों के अलावा बांसवाड़ा में 48, भरतपुर में 80, भीलवाड़ा में 95, बूंदी में 6, दौसा में 59, चूरू में 17, धौलपुर में 11, डूंगरपुर में 23, श्रीगंगानगर में 56, हनुमानगढ़ में 47 और जैसलमेर में 48 नये कोरोना पीड़ित पाये गये हैं। इनके साथ ही झालावाड़ में 62, झुंझुनू में 29, नागौर में 17, पाली में 41, प्रतापगढ़ में 22, सवाईमाधोपुर में 45, सिरोही में 71 और टोंक में 18 केस मिले हैं। राजस्थान में कोरोना के भयावह हालात के बीच गहलोत सरकार वीकेंड कर्फ्यू का ऐलान कर चुकी है। वहीं दिन प्रतिदिन पाबंदियां बढ़ाई जा रही है। गावों को छोड़कर शहरी इलाकों में सभी स्कूल 30 जनवरी तक बंद कर दिये गये हैं। बाजार में दुकानें खुलने का समय भी रात आठ बजे तक निर्धारित कर दिया गया है। धार्मिक स्थलों में पूजन सामग्री और प्रसाद ले जाने पर पाबंदी लगा दी गई है।