छत्तीसगढ़ पुलिस और अर्द्ध सैनिक बलों ने सालभर में 46 नक्सलियों को मार गिराया। नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन में 499 को गिरफ्तार किया गया। वहींराज्य सरकार की योजनाओं से प्रभावित होकर 553 नक्सलियों ने आत्म समर्पण किया है। चिटफंड कंपनियों से जुड़े 840 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 11.22 करोड़ रुपए हितग्राहियों को लौटाए गए हैं।

पुलिस मुख्यालय में डीजीपी अशोक जुनेजा ने बताया कि विश्वासविकास और सुरक्षा के आधार पर पुलिस काम कर रही है। पुलिस कैम्प की सुरक्षा में सड़क और पुल-पुलिया बनाने के साथ-साथ राशन दुकानें भी शुरू की गई हैंजिससे वनवासियों को कम दूरी में ही राज्य सरकार की योजना के मुताबिक राशन मिल सके। दूरस्थ इलाके पोटालीबोदलीगोरगुंडातररेम और बेचापाल में पीडीएस दुकानें शुरू की गई हैं। 30 साल से बंद पल्ली-बारसूर हाईवे को शुरू किया गया है। इससे पांच जिले जुड़ गए हैं। नक्सलियों की सप्लाई लाइन को काटने में भी बड़ी सफलता मिली है। मैदानी क्षेत्रों में पुलिसिंग में बड़ा बदलाव किया गया है।

ऑपरेशन मुस्कान2418 बच्चों को ढूंढकर लाया
ऑपरेशन मुस्कान के तहत 2418 बच्चों को वापस लाया गया है। इसमें 317 लड़के और 2101 लड़कियां शामिल हैं। पुलिस की विशेष टीम बनाकर उत्तरप्रदेशमध्यप्रदेशआंध्रप्रदेशतेलंगानाओडिशादिल्लीमहाराष्ट्रहरियाणागुजरातकर्नाटकझारखंडपश्चिम बंगालजम्मू कश्मीरतमिलनाडु और बिहार से करीब 87 बच्चों को रेस्क्यू किया गया है। 2021 में पुलिस ने 30265 किलो गांजा जब्त किया गया है। इसकी कीमत 58.69 करोड़ है। एनसीबी का क्षेत्रीय कार्यालय खोलने का प्रस्ताव है।