भोपाल. मध्य प्रदेश में कोरोना की रफ्तार लगातार बढ़ रही है. प्रदेश में एक दिन में 100 से ज्यादा मरीज मिलने का आंकड़ा पार हो चुका है. बीते 7 महीने बाद ये आंकड़ा 100 के पार हुआ है. शनिवार को प्रदेश में कोरोना के 124 नए मरीज सामने आए. सबसे ज्यादा मरीज इंदौर और भोपाल में मिले. इंदौर में एक दिन में 80 पॉजिटिव मरीज मिले हैं, जबकि भोपाल में 27 मरीज सामने आए हैं. इससे पहले पिछले साल 16 जून को प्रदेश में 110 पॉजिटिव मरीज सामने आए थे.
गौरतलब है कि इस वक्त कोरोना से सावधान रहने की जरूरत है. क्योंकि, अगर पिछली बार कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या से तुलना करें तो उस वक्त डेल्टा वैरीअंट ने भी ऐसे ही रफ्तार पकड़ी थी. पिछली बार दिसंबर के अंतिम सप्ताह में प्रदेश में रोज औसतन 1000 मरीज मिल रहे थे. इनकी संख्या जनवरी में घटना शुरू हुई लेकिन फरवरी के बाद आंकड़ा बेकाबू होने लगा था.
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सीएम ने बुलाई बैठक
कोरोना की बढ़ती रफ्तार को लेकर सरकार भी चिंतित है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार शाम 5 बजे क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के साथ अहम बैठक बुलाई है. मुख्यमंत्री पंचायत स्तर तक क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप को संबोधित भी करेंगे. सरकार 3 जनवरी से प्रदेश में 15 से 18 साल के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन महा अभियान शुरू करने जा रही है. लेकिन इन सबसे ज्यादा लोगों का कोरोना से सावधान रहना भी जरूरी है.
देश में रोज मिल सकते हैं 2 लाख मरीज- विशेषज्ञ
भारत में कोरोना वायरस के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं. कोरोना के नए वेरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ की वजह से दैनिक मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. साल के पहले दिन 1 जनवरी को देश में कोरोना वायरस संक्रमण के एक दिन में 22,775 नए मामले सामने आए जो छह अक्टूबर के बाद से सार्वाधिक हैं. देश में अब उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी बढ़कर एक लाख के आंकड़े को पार कर गई है. इसके साथ ही वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रॉन’ के 161 नए मामले सामने आने के बाद इससे जुड़े मामलों की संख्या बढ़कर 1431 हो गई है.
कोरोना की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए विशेषज्ञों का कहना है कि महामारी की तीसरी लहर ने पहले ही दस्तक दे दी है और ओमिक्रॉन ने डेल्टा वेरिएंट का स्थान लेना शुरू कर दिया है. इतना ही नहीं, विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि फरवरी या मार्च महीने में कोरोना से संक्रमित होने वालों मरीजों की संख्या अपने चरम पर होगी और उस दौरान प्रतिदिन आने वाले मामलों की तादाद दो लाख तक पहुंच सकती है.
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