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गुरदासपुर। एक-दूसरे के लिए धड़कते दो दिलों के आगे सरहद की दीवारें छोटी पड़ गईं। जो सरहद कोरोना के कारण दो वर्ष बंद रहीं, वह भी खुल गई। कोरोना को आखिरकार हार माननी पड़ी। भारतीय अंबेसी द्वारा वीजा मिलने पर भारतीय युवक सैय्यद तबस्सुर अहमद और पाकिस्तानी दुल्हन इकरा नसीर का मिलन हुआ। आखिरकार मंगनी के दो साल बाद यहां कादियां के युवक ने अपनी पाकिस्तानी मंगेतर से शादी कर ली। दोनों के घरवालों ने धूमधाम से पारंपरिक रूप से उनकी शादी करवाई। शादी के बाद दूल्हा और दुल्हन दोनों बहुत खुश हैं। दुल्हन इकरा नसीर भारत में नई जिंदगी की शुरुआत को लेकर बहुत उत्साहित हैं।
कहते हैं जहां संयोग हो वहीं पर शादियां मुकम्मल होती हैं। भारत के रहने वाले सैय्यद तबस्सुर अहमद की मंगनी पाकिस्तान की इकरा नसीर से 24 दिसंबर, 2019 को हुई थी। इसके बाद कोरोना के चलते बार्डर सील कर दिए गए और दूसरे देशों से आवाजाही बंद कर दी गई। इस कारण इकरा नसीर को भारत में आने के लिए करीब दो वर्ष लग गए। हालात पहले से बेहतर होने पर पाकिस्तान स्थित भारतीय दूतावास ने इकरा नसीर को भारत का वीजा दिया। इकरा नसीर के भारत पहुंचते ही उनके ससुराल वालों ने इन दोनों की धूमधाम से यहां पर शादी करवा दी।
इकरा ने कहा- भारत में शादी करके खुश हूं
पाकिस्तानी दुल्हन इकरा नसीर ने बताया कि वह भारत में शादी करके बहुत खुश है और भारत सरकार की आभारी भी हैं, जिन्होंने यहां आने के लिए वीजा देकर उन्हें अपने नए जीवन की शुरुआत का अवसर प्रदान किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में भी भारत सरकार नागरिकता हासिल करने में उनकी सहायता करेगी ताकि वह अपने नए जीवन की शुरुआत अच्छे ढंग से अपने परिवार सहित यहां पर कर सके।
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