नई दिल्ली । कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने काल सेंटर संचालक कंपनी की सेवा लेने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की है। इसलिए होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के इलाज में काल सेंटर की मदद ली जाएगी। इसके लिए घर में मरीजों की देखभाल में अनुभव रखने वाली काल सेंटर संचालक निजी एजेंसियां इसमें हिस्सा ले सकती हैं। 30 दिसंबर तक निजी एजेंसियां आवेदन दे सकी हैं।
महानिदेशालय तीन माह के लिए काल सेंटर संचालक कंपनी को नियुक्त करेगा। इस दौरान कोरोना के प्रतिदिन औसतन 1200 नए मामले आने पर दो तिहाई मरीज होम आइसोलेशन में रहने का अनुमान लगाया गया है। लिहाजा, इन मरीजों की देखरेख व इलाज में तीन माह में करीब ढाई करोड़ रुपये का खर्च आ सकता है। काल सेंटर के कर्मचारियों को होम आइसोलेशन में रहने वाले हर मरीजों को प्रतिदिन कम से कम एक बार उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेनी होगी। इस दौरान मरीज की बीमारी के लक्षण व आक्सीजन स्तर के बारे में जानकारी लेकर उसका रिकार्ड रखना होगा।
इस दौरान किसी मरीज की को सांस लेने में परेशानी होने व आक्सीजन स्तर कम होने पर इसकी सूचना तुरंत स्वास्थ्य विभाग के संबंधित अधिकारी को देना होगा। ताकि मरीज को जरूरत के मुताबिक कोविड केयर सेंटर या अस्पताल में भर्ती कराया जा सके। मरीज को लक्षण होने पर डाक्टर से टेलीकंसल्टेशन कराया जाएगा।
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