जयपुर । कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने दुर्गापुरा स्थित राज्य कृृषि प्रबंध संस्थान सभागार में कृृषि बजट पूर्व जयपुर संभाग स्तरीय बैठक में प्रगतिशील किसानों, पशुपालकों, डेयरी संघ के पदाधिकारियों एवं खाद्य उत्पादक समूहों के प्रतिनिधियों के साथ संवाद करते हुए कहा कि राज्य में पहली बार प्रस्तुत होने वाला कृृषि बजट किसानों से उनके व्यावहारिक अनुभव के आधार पर जमीनी हकीकत जानकर बनाया जाएगा, जो उनकी अपेक्षाओं पर पूरी तरह खरा उतरेगा।
कृृषि मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा हमेशा किसान कल्याण की रही है। उन्होंने अलग से कृृषि बजट की घोषणा कर राजस्थान में कृषि क्षेत्र में एक नए युग की शुरूआत की है जिसका संदेश पूरे देश में जाएगा। उन्होंने किसानों से कहा कि वह खेती-किसानी की खुशहाली के बारे में जो महसूस कर रहे हैं, खुलकर बताएं। उन्हीं के आधार पर कृृषि बजट बनाया जाएगा। उन्होंने किसानों से पूछा कि वे क्या चाहते हैं और उनकी सरकार से क्या अपेक्षाएं हैं। कटारिया ने खेती में परम्परागत तरीकों के साथ आधुनिक तकनीक एवं नवाचारों को अपनाने और सरकारी योजनाओं का लाभ आम काश्तकार तक पहुंचाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि पानी के अभाव में बंजर जैसी हो चुकी जमीन पर आज फार्म पौंड एवं ड्रिप सिंचाई की बदौलत हरियाली लहलहा रही है। कृषि विभाग के आयुक्त डॉ. ओमप्रकाश ने बताया कि कृृषि बजट का स्वरूप तय करने के लिए संभाग स्तर पर संवाद कर तथा ई-मेल एवं पत्र के माध्यम से सुझाव लिए जा रहे हैं। इन सभी सुझावों का समावेश करते हुए बजट तैयार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अजमेर, बीकानेर, जोधपुर एवं उदयपुर संभाग में संवाद किया जा चुका है। भरतपुर संभाग में आगामी 14 दिसम्बर को होगा तथा अन्त में कोटा संभाग में संवाद किया जाएगा।