भोपाल । प्रदेश में अब हर गांव,  शहर और जिले की अपनी पहचान होगी। इसके लिए प्रदेश सरकार नए प्लान पर काम कर रही है। इसके तहत हर गांव, शहर और जिले के प्रमुख स्थान को विकसित करना और उससे उसकी पहचान स्थापित करना प्रमुख है। प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए डेढ़ साल ही बचे हैं। इसके पहले सरकार कई बड़े कार्यक्रम  लाकर जनता के मन में सकारात्मक के भाव लाना चाह रही है।
सूत्रों के अनुसार नए साल में मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा की तर्ज पर बड़ी कल्याणकारी योजना लांच की जा सकती है। सरकार के प्लान में एक-एक गांव को उसके नाम से पहचान दिलाना भी शामिल है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बनारस से लौटने के बाद संकेत दिए हैं कि गांव और शहरों में गौरव दिवस मनाए जाने चाहिए। इसके बाद से विभागों में मथंन चल रहा है। गांव और शहर का नाम करने वाले व्यक्ति का जन्मदिन मनाया जाएगा। अगर व्यक्ति विदेश में या फिर बड़े शहर में है तो उसे सरकारी खर्चे पर आमंत्रित किया जाएगा। जन्मदिन को गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इतिहास बनाने वाले व्यक्ति के नाम पर गौरव दिवस मनेगा। एक उत्सव का माहौल रहेगा।
गांव या शहर की प्रसिद्धी होगी जगजाहिर
हर गांव, शहर और जिले की अपनी पहचान बनाने के लिए वहां की प्रसिद्धी को जगजाहिर किया जाएगा। किसी गांव व शहर का नाम कैसे पड़ा? वहां का कोई प्रसिद्ध स्थान, कोई योद्धा, कोई क्रांतिकारी और ऐसा नाम जिसके कारण स्थान को जाना जाता है। गांव अथवा शहर का ऐसा व्यक्ति जिसकी प्रसिद्धि देश-विदेश में फैली हो। स्थान का इतिहास क्या रहा है? जैसे कि खजुराहो, मांडू, सांची सहित अन्य स्थानों को ऐतिहासिक महत्व के कारण जाना जाता है। व्यक्ति जिसने समाज सेवा के क्षेत्र में आकर अपने गांव का नाम गर्व से ऊंचा किया हो। उसे देश-विदेश सम्मानित किया गया हो। गांव का कोई व्यक्ति आईएएस बना हो या राजनीति में आकर मंत्री बना और जनता की सेवा में एक स्थापित नाम कमाया। समय के अनुसार लोग अपने गांव और शहर के प्रमुख लोगों को भूल गए। आने वाली पीढी को नहीं पता कि उनके गांव और शहर का गौरव क्या है। वे कौन लोग हैं जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। वह कौन सा स्थान है जिसके कारण उनकी पहचान है। जिस तरह से सरकार ने हाल ही में टंट्या मामा की जन्मस्थली पर कार्यक्रम करके आदिवासियों का गौरव बढ़ाया है। इसी तरह प्रदेशभर में गौरव दिवस मनाने की तैयारी है। इसको लेकर आगे की रणनीति बनाई जा रही हैं।