जयपुर । जलदाय एवं भूजल मंत्री डॉ. महेश जोशी ने जयपुर में बिल्डर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की तीसरी एमसी-जीसी मीटिंग के उद्घाटन सत्र को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान की भौगोलिक स्थितियों को देखते हुए प्रदेश में जल की बचत, संरक्षण और इसके अधिकतम सदुपयोग के लिए आदर्श माहौल तैयार करने में वह सरकार के साथ मिलकर कार्य करे। उन्होंने कहा कि राजस्थान में पूरे देश की तुलना में 10 प्रतिशत भू-भाग है, मगर जल की उपलब्धता मात्र एक प्रतिशत ही है, प्रदेश की जनता और पशुधन की प्यास बुझाने के लिए सरकार और इण्डस्ट्री निरंतर अपनी भूमिका निभा रही है। समय की आवश्यकता है कि दोनों मिलकर इस पुनीत कार्य में और अधिक ताकत के साथ अपनी भागीदारी निभाएं। जलदाय एवं भूजल मंत्री ने कहा कि किसी भी देश की ताकत इस बात से बढ़ती है कि जब वहां चीजों का निर्माण और सृजन हो। उन्होंने कहा कि आज सामरिक महत्व की कुछ चीजों को छोड़कर आम तौर पर ऐसी कोई चीज नहीं है, जो बाहर के देशों में बनती है और हमारे यहां नही। चाहे इंजीनियरिंग इक्यूपमेंट्स की बात हो या निर्माण में काम आने वाली सामग्री की बात हो, देश के इंजीनियर्स और इण्डस्ट्री के लोगों ने मिलकर इस दिशा में अच्छा और सकारात्मक माहौल बनाया हैं। इसके लिए बिल्डर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया एवं इससे जुड़े सभी मैम्बर्स प्रशंसा के पात्र है। डॉ. जोशी ने कहा कि जब हम आजाद हुए थे तो देश में सुंई भी नहीं बनती थी, मगर आजादी के बाद से निरंतर देश विकास एवं नवनिर्माण के पथ पर आगे बढ़ा है। यह सब आजादी के बाद से राजनीतिक इच्छा शक्ति के कारण ही सम्भव हो पाया है।