पटना । मौसम में बदलाव के कारण प्रदेश में पारा लगातार गिरता जा रहा है। अगले तीन दिनों तक तापमान में और गिरावट आने की संभावना है। सुबह और शाम के समय लोगों को गर्म कपड़ों की जरूरत पड़ने लगी है। सड़क पर चलने वालों के शरीर पर गर्म कपड़े, मफलर और टोपी दिखने लगे हैं। सुबह के समय कुहासा भी छाया रहता है। राज्य के ग्रामीण इलाके में ठंड का असर ज्यादा देखा जा रहा है। राजधानी को पीछे छोड़ रहा गया मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को गया राज्य का सर्वाधिक ठंडा स्थान रहा। वहां का न्यूनतम तापमान 8.1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। वहीं राजधानी पटना भी ज्यादा पीछे नहीं रहा। पटना का न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस रहा। आने वाले समय में सुबह में धुंध एवं कोहरा बढ़ने के आसार हैं। बुधवार को वातावरण में धुंध बढ़ने के कारण पूर्णिया में दृश्यता बहुत कम रही। वहां पर यह मात्र 600 मीटर रिकार्ड की गई। वर्तमान में धरातल से लेकर डेढ़ किलोमीटर की ऊंचाई तक तेज पछुआ चल रही है। पूर्वोत्तर के राज्यों में बढ़ रही है ठंड पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी संजय कुमार का कहना है कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश से लेकर राजस्थान एवं पंजाब तक ठंड में वृद्धि होती जा रही है। इसका मुख्य कारण है देश के उत्तरी हिस्से से आने वाली हवा। पश्चिम से आने वाली हवा जब देश के पर्वतीय भागों से टकराकर मैदानों से गुजरती है तो काफी ठंडी हो जाती है। इससे लोगों को काफी ठंड का अहसास होता है। आजकल सुबह से शाम तक तापमान में काफी गिरावट देखी जा रही है। अचानक बढ़ ठंड के कारण सेहत पर विशेष नजर रखने की जरूरत है। सुबह शाम टहलने वाले बुजुर्गों, डायबीटीज, हार्ट, ब्लडप्रेशर आदि के मरीज गर्म कपड़े पहने बिना नहीं निकलें। सुबह के समय सूरज निकलने के बाद ही घर से निकलें।