भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका सहित अन्य देशों में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के केस आ रहे हैं। कोरोना की तीसरी लहर नहीं आए, इसके लिए हमें अभी से सावधान और सतर्क रहने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने बुधवार को क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों को सम्बोधित किया। कलेक्टर अविनाश लवानिया और अन्य अधिकारी बैठक में वर्चुअली जुड़ें। मुख्यमंत्री ने मास्क लगाने, कोरोना टेस्ट बढ़ाने, जरूरत होने पर छोटे कंटेनमेंट जोन बनाने और सोशल डिस्टेंसिंग की अपील करने को लेकर निर्देश दिए हैं। मंत्रियों से कहा गया है कि वे प्रभार वाले जिले में जाएं। भोपाल में मास्क नहीं लगाने पर जुर्माना लगाने का निर्देश कलेक्टर कर चुके हैं। विशेषकर पिछले एक सप्ताह से पॉजिटिव आने वालों की संख्या के साथ एक्टिव केस भी बढ़ते जा रहे हैं। विशेष कर इंदौर और भोपाल में रोज पॉजिटिव केस मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुराना अनुभव बताता है कि ये केस फिर धीरे-धीरे लगातार फैलते और बढ़ते हैं। अफ्रीका में जो नया वैरिएंट मिला है उसने पूरी दुनिया को चिंतित कर दिया है। लगातार केस दुनिया में बढ़ रहे हैं। उन्होंने अपील की है कि स्थिति न बिगड़े और हम तीसरी लहर को आने से रोक दें, इसके लिए अभी से सावधानी जरूरी है।

सरकार सतर्क और सचेत है
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सतर्क और सचेत है। मैं लगातार बैठकें करके तीसरी लहर के मुकाबले की तैयारी के निर्देश दे रहा हूं। हम रोज कोरोना टेस्ट करना चाहते हैं। कई लोग टेस्ट कराने से इनकार करते हैं। उन्होंने कहा कि कोविड टेस्ट को जरूर करवाएं, क्योंकि उसी से पता चलेगा कि अगर पॉजिटिव केस बढ़ते हैं तो और जो लोग पॉजिटिव आ रहे हैं उनको आइसोलेट किया जाएगा और घर को कंटेनमेंट किया जाएगा।
- वैक्सीन दूसरा डोज जरूर लगवाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज़ जरूर लगवाएं। उन्होंने धर्म गुरुओं, जनप्रतिनिधियों, राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं, समाजसेवी संगठनों और स्टूडेंट्स से अपील की है कि जनता का सहयोग तीसरी लहर को रोकने के लिए अत्यंत आवश्यक है।
अस्पतालों में इंतजाम
अस्पतालों में आवश्यक तैयारी रहेगी। ऑक्सीजन प्लांट, दवाइयां, कंसट्रेंटर, इंजेक्शन वो सारी तैयारी की जा रही है। इसको लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसकी जरूरत न पड़े, जिसके लिए आवश्यक सहयोग जरूर करें। उन्होंने सरकार से स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा करने के साथ कोरोना की रोकथाम के लिए गाइडलाइन का पालन कराया जाए।