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भोपाल : नगरीय विकास एवं आवास विभाग के उपक्रम मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट कम्पनी के मुख्यालय में निर्माणाधीन परियोनजाओं में सेफगार्ड पर विश्व बैंक के सहयोग से कार्यशाला का आयोजन किया गया। सेफगार्ड के अन्तर्गत परियोजना में पर्यावरण,समाजिक और श्रमिकों की सुरक्षा से संबंधी पहलुओं को शामिल किया जाता है।
कार्यशाला में उप परियोजना संचालक तकनीकि श्री पी.सी. जैन ने कहा कि कम्पनी द्वारा क्रियान्वित की जा रही परियोजनाओं में सेफगार्ड से जुड़े पक्षों की निरंतर मॉनिटरिंग करते हुए फीडबेक लिए जाते हैं। कार्यक्रम के समन्वयक और तकनीकी अधिकारी श्री कमलेश भटनागर ने कहा कि किसी भी परियोजना में सेफगार्ड का प्रबंधन बहुत महत्वपूर्ण होता है। भोपाल गैस त्रासदी जैसी दुर्घटना कहीं न कहीं सेफगार्ड की खामी का ही नतीजा है। श्री भटनागर ने फिल्ड में तैनात पर्यावरण और समाजिक पर्यवेक्षकों से सैफगार्ड की स्थिति पर वन-टू-वन चर्चा भी की। विश्व बैंक के टास्क टीम लीडर श्री रघुकेशवन ने वर्चुअल संबोधित करते हुए कहा कि कार्यशाला से साइट्स पर होने वाली समस्याओं का समाधान निकलेगा।
पर्यावरण विषेषज्ञ डॉ. राजेश प्रजापति ने सेफगार्ड संबंधी मानकों को प्रेजेंटेशन के माध्यम से समझाया। विश्व बैंक के पर्यावरण विशेषज्ञ अभिनिष कांत ने परियोजना के लिए पर्यावरण और समाजिक प्रबंधन प्रतिवेदन बनाने एवं अनुपालन के बिंदुओं से अवगत कराया। विश्व बैंक के विशेषज्ञ श्री अमित आनंद और डॉ. मोहन ने भी अपने विचार रखे।
कार्यशाला में परियोजना इकाइयों के सामुदायिक विकास अधिकारी, परियोजना पर तैनात संविदाकार और परियोजना प्रबंधन सलाहाकार फर्म के ईएसएच सुपरवाइजर सहित 100 से अधिक प्रतिभागी उपस्थित रहे। वर्चुअल माध्यम से भी परियोजना प्रबंधक और संबंधी अधिकारी जुड़े रहे।
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