रायपुर  आरटीओ कार्यालय में वाहनों के फिटनेस की आटोमैटिक फिटनेस सेंटर का काम पिछले चार साल से अधर में लटका हुआ है। क्योंकि मशीन खरीदी के लिए केंद्र सरकार पिछले चार सालों में कई बार टेंडर जारी कियालेकिन टेंडर फाइनल नहीं हुआ। उसके बाद केंद्र ने आटो मैटिक फिटनेस सेंटर की मशीन खरीदी का टेंडर का जिम्मा छत्तीसगढ़ परिवहन विभाग को सौंप दिया है। परिवहन विभाग जल्द ही टेंडर जारी कर मशीन खरीदी करेगा। परिवहन विभाग के अधिकारी का कहना है कि केंद्र से टेंडर करने का आदेश  गया हैजल्द टेंडर निकाला जाएगा।

ज्ञात हो कि रायपुर आरटीओ कार्यालय में छोटी -बड़ी मिलाकर कुल 10 लाख गाड़ियां पंजीकृत हैं। कार्यालय में रोजाना 150 गाड़ियां फिटनेस की जांच कराने के लिए आती हैं। एक गाड़ी की फिटनेस जांच में कम से कम 10 से 15 मिनट का समय लगता है। गाड़ियों की संख्या अधिक होने से फिटनेस की जांच करने वाले अधिकारी खानापूर्ति करते हैं। वहीं भाई -भतीजावाद के चलते भी खानापूर्ति की जाती है।

सड़कों पर जहरीला धुआं उगलती गाड़ियां दौड़ती रहती हैंजिसे देखते हुए केंद्र सरकार ने रायपुर में फिटनेस सेंटर लगाने का अनुमति केंद्र सरकार ने दिया था। अनुमति के बाद परिवहन विभाग ढांचा खड़ा कर दिया लेकिन केंद्र गाड़ियों की जांच करने वाली मशीन केंद्र को देना है। केंद्र मशीन खरीदने के लिए कई बार टेंडर जारी किया लेकिन टेंडर रद हो गया। उसके बाद केंद्र ने परिवहन विभाग को मशीन खरीदने की हरी झंडी दे दी है।

केंद्र ने 2017 में दी थी हरी झंडी

केंद्र सरकार ने आरटीओ कार्यालय में फिटनेस सेंटर निर्माण की हरी झंडी 2017 में दी। इसके लिए 14 करोड़ 40 लाख रुपये का बजट स्वीकृत किया और आठ करोड़ रुपये पास कर दिया। इससे तेजी से काम शुरू हो गया। निर्माण एजेंसी इंटरनेशनल सेंटर आटोमोटिव टेक्नोलाजी ने ढांचा का निर्माण कार्य पूरा कर लिया है। मशीन आने के बाद वाहनों के फिटनेस की जांच शुरु कर दी जाएगी।