नई दिल्ली । केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि गंगा ऐसा तीर्थस्थल है, जहां दुनिया में सर्वाधिक तीर्थयात्री आकर हर साल दो करोड़ से अधिक लोग इसमें डुबकी लगाते हैं। रेड्डी ने गंगा उत्सव पर कहा, हिंदू धर्म सिखाता है कि गंगा मात्र स्नान करने के लिए एक नदी नहीं है,बल्कि यह एक पवित्र नदी है,इस साफ रखना हमारी मुख्य जिम्मेदारी है। गंगा को स्वच्छ रखना लोगों को प्रथा बना लेनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि गंगा ऐसा तीर्थस्थल है, जहां दुनिया के सर्वाधिक तीर्थयात्री आते हैं। उन्होंने कहा, लोगों को गंगा को साफ रखने में भी योगदान देना चाहिए।’’ रेड्डी ने कहा कि गंगा भारत के लोगों की ‘‘केवल एक आध्यात्मिक जीवनरेखा नहीं है, बल्कि यह आर्थिक जीवनरेखा भी है’’।
रेड्डी ने इस दौरान गैर-सरकारी संगठनों और संस्थानों से भी गंगा को साफ रखने में अपना योगदान देने की अपील की। केंद्रीय जलशक्ति राज्य मंत्री प्रह्लाद पटेल ने कहा, हमें उंगलियां उठाने के बजाय अपने योगदान पर विचार करना चाहिए। मैं जिम्मेदारी के साथ कह सकता हूं कि गंगा की सफाई में योगदान देने वाले रक्षक हैं। नदियों को केवल नहर के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। नहरें हमारी इच्छा के अनुसार बहती हैं, लेकिन गंगा जैसी नदियां स्वतंत्र हैं और यदि हम उस दूषित न करें,तब उसमें स्वयं को साफ रखने की क्षमता है।