चंडीगढ़। सिटी ब्यूटीफुल के सिटी फारेस्ट को नई पहचान मिल गई है। अब इसे बर्ड पार्क के नाम से जाना जाएगा। बर्ड पार्क बनकर तैयार हो चुका है। मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द की पत्नी सविता कोविन्द इस बर्ड पार्क का उद्घाटन कर शहर को समर्पित करेंगी। बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द  उनकी पत्नी मंगलवार को पंजाब इंजीनियरिंग कालेज (पेकके शताब्दी समारोह में शिरकत करने चंडीगढ़  रहे हैं। वह मंगलवार रात चंडीगढ़ में ही रुकेंंगे। इस दौरान व्यस्त शेड्यूल की वजह से उनकी पत्नी सविता कोविंद शहर के पहले बर्ड पार्क को उद्घाटन कर पब्लिक के लिए आधिकारिक तौर पर ओपन करेंगी।

यह पक्षी देखने को मिलेंगे

6.5 एकड़ जमीन पर तैयार किया गया यह बर्ड पार्क 20 प्रजातियों के 900 पक्षियों का आशियाना होगा। यहां चीन का सवानअमेरिका के लव बर्ड्सग्रीन विंग मकाओब्लू गोल्ड मकाओरेनबो लॉरीकीट्स जैसे पक्षी देखने को मिलेंगे।

बर्ड पार्क बुधवार से पब्लिक के लिए ओपन

यह बर्ड पार्क मंगलवार को उद्घाटन के बाद पब्लिक के लिए ओपन कर दिया जाएगा। पर्यटक और शहरवासी बुधवार से इसे देख सकेंगे। इसके बाद यह दूसरे पर्यटन स्थलों की तरह खुला रहेगा। बर्ड पार्क में एकदम भीड़  हो इसको देखते हुए तैयारी की गई है। कोविड प्रोटोकाल को देखते हुए लोगों को अंदर भेजा जाएगा।

चार एवियेरी

एक्वेटिक बर्ड एवियेरी में पानी और जमीन पर रहने वाले बर्ड्स देखने को मिलेंगे। एडवेंचर के लिए लकड़ी और शीशे के पुल बनाए गए हैं।टरेस्ट्रियल एवियेरी में अलग तरह के पक्षी रखे गए हैं। इसके अलावा दो छोटी एवियेरी भी हैं जिनमें छोटे आकार के पक्षी रखे गए हैं। पक्षियों के घोंसले से लेकर रहने की सभी जरूरतों का ध्यान रखा गया है।

बर्ड पार्क देखने की टिकट लगेगी

बर्ड पार्क देखने के लिए टिकट रखी गई है। टिकट के पैसों से इसका ऑपरेशन खर्च और मेंटेनेंस किया जाएगा। इसमें पांच साल तक के बच्चों की एंट्री फ्री रहेगी। वहीं पांच से 12 साल तक के बच्चों की 30 रुपये टिकट लगेगी। जबकि 12 साल से ऊपर सभी की 50 रुपये टिकट लगेगी।

विदेशी बर्ड्स को पहले किया गया क्वारंटाइन

यह सभी दुर्लभ प्रजातियों के विदेशी पक्षी हैं। इन्हें रजिस्टर्ड विदेशी सप्लायर्स से ही चंडीगढ़ मंगवाया गया था। कोरोना को देखते हुए लाने के बाद से ही इन पक्षियों को सिटी फारेस्ट एरिया में क्वारंटाइन कर रखा गया था

मिनिस्ट्री ने एवियेरी पर उठाए थे सवाल

बर्ड एवियेरी को फिलहाल मिनिस्ट्री आफ एन्वायर्नमेंटफारेस्ट  क्लाइमेट चेंज ने कई एनजीओ के सवाल उठाने पर पहले काम रोकने के आदेश दिए थे। हालांकि बाद में फारेस्ट डिपार्टमेंट द्वारा सभी क्वेयरी का जवाब देने पर रोक हटा दी गई। मिनिस्ट्री के वाइल्ड लाइफ डिविजनल की तरफ से असिस्टेंट इंस्पेक्टर जनरल आफ फारेस्ट (वाइल्ड लाइफने यह लेटर जारी कर सवाल उठाए थे।

अभी तक बने सभी एवियेरी से अधिक है ऊंचाई

बर्ड एवियेरी के इस प्रोजेक्ट पर लगभग साढ़े तीन करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। 60 गुणा 40 मीटर के दो एरिया यानी 2400-2400 स्क्वेयर मीटर एरिया को बर्ड एवियेरी के लिए रखा गया है। वाइल्ड लाइफ डिपार्टमेंट के अधिकारियों का दावा है कि बर्ड पार्क में पक्षियों को फ्री फ्लाई जोन मिलेगा। इसका कारण यह है कि एवियेरी की हाइट देश में अभी तक बने सभी एवियेरी से ज्यादा रखी गई है। यह नेचुरल हेबिटेट वाला एवियेरी होगा।

स्मृति उपवन बन चुका नगर वन

कैंबवाला सीवरेज के गंदे पानी से यहां का स्मृति उपवन सूखकर उजाड़ बन गया था। हरे-भरे पेड़ ठूंठ बनकर डरावने जंगल की शक्ल ले चुके थे। हालांकि दिन फिरने के बाद यह अब चंडीगढ़ का सबसे बड़ा टूरिस्ट स्पाट बन गया है। यह अब एक खूबसूरत सिटी फारेस्ट का रूप ले चुका है। यहां शातिसुखस्वास्थ्यनेचरफारेस्ट सब एक साथ मिल रहा है।

सिटी फारेस्ट में पिकनिक मनाने और ओपन जिम की भी सुविधा

केंद्र सरकार की नगर वन उद्यान योजना के तहत 100 हेक्टेयर जंगल एरिया में इसे बनाया गया है। सिटी फारेस्ट में जंगल के बीच पिकनिक और स्वस्थ रहने के लिए ओपन जिम तक की सुविधा है। सिटी फारेस्ट में बने चिल्ड्रंस पार्क में अलग-अलग तरह के झूले लगाए गए हैं। छोटा फाउंटेन भी बनाया गया है। साथ ही सूखे पेड़ों के तने से बनी सीट भी आकर्षक हैं। लैंडस्केपिंग वर्क ने इसे और खूबसूरत बना दिया है।

अपनों की स्मृति में लगाए जाते थे पौधे

स्मृति उपवन बनाने का मुख्य उद्देश्य यह था कि शहर के लोग यहा आकर अपनों की स्मृति में पौधे लगा सकें। कई अधिकारियों के साथ शहर के लोगों ने स्मृति उपवन में पौधे लगाए थे जो पेड़ का रूप ले चुके थे। फिरकैंबवाला से आने वाले सीवरेज के पानी से यह उपवन उजड़ गया। अब सीवरेज का पानी दूसरी जगह निकाल दिया गया है। सिटी फारेस्ट में सीवरेज के पानी को पराली की मदद से ट्रीट करने का उदाहरण भी पेश किया गया है। पिकनिक स्पाट के साथ छोटी-छोटी वाटर बाडी में मिट्टी के टीले बने हैंजिससे पानी को साफ किया गया है।