लखनऊ । उत्तर प्रदेश में इससे पूर्व बने दो एक्सप्रेस वे-यमुना एक्सप्रेस वे और लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान सफलता पूर्वक उड़ान भर चुके हैं। अब सूबे की योगी आदित्यनाथ सरकार के कार्यकाल में बने पूर्वांचल एक्सप्रेस पर बने हवाई पट्टी पर भी लड़ाकू विमान उतरेंगे और फिर यहीं से उड़ान भरेंगे। आपात स्थितियों में इस एयर स्ट्रिप का उपयोग ये विमान कभी भी कर सकेंगे। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का उद्घाटन आगामी 16 नवम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 नवम्बर को सुल्तानपुर जिले के कूडेभार स्थित एयरस्ट्रिप पर दोपहर 2ः30 बजे इस एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस प्रस्तावित कार्यक्रम की पुष्टि कर दी है। उनके सामने भारतीय वायु सेना के आधुनिक लड़ाकू विमान एयरस्ट्रिप पर उतरेंगे और यहीं से उड़ान भरेंगे। इसके लिए कूरेभार थाने में एयर ट्रैफिक सिग्नल कंट्रोलर लगा ट्रक खड़ा कर दिया गया है। कितने बजे, कितने फाइटर प्लेन उतरेंगे, सेना के अधिकारियों ने इसे गोपनीय रखा है।
इस बारे में प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने मीडिया को बताया कि वे वायुसेना से अनुरोध करेंगे कि वो जल्द नई एयर स्ट्रिप पर फाइटर प्लेन उतारकर टेस्ट करें। उन्होंने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर बनी हवाई पट्टी पर किसी भी तरह का विमान उतारा जा सकता है। भारतीय वायुसेना इससे पहले लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर मिराज 2000, जैगुआर, सुखोई 30 और सुपर हरक्यूलस जैसे जहाज सफलतापूर्वक उतार चुकी है। कहा जा रहा है कि इन हवाई पट्टियों से भारतीय लड़ाकू विमान पाकिस्तान और चीन पर तुरंत एक्शन ले सकते हैं।
लखनऊ से गाजीपुर तक का पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे 16 नवंबर से जनता के लिए खुल जाएगा। इसके जरिए 301 किमी का सफर करीब 3.50 घंटे में पूरा हो जाएगा। सरकार को इस एक्सप्रेसवे के जरिए टोल के रूप में 202 करोड़ रुपये सालाना मिलेंगे। फिलहाल अभी कुछ दिन यह सफर मुफ्त रहेगा। टोल टैक्स वसूलने का काम निजी कंपनी को दिया गया है। यह कंपनी जल्द प्रति किमी के हिसाब से टोल की दरें तय करेगी और दोनों छोर पर बने टोल प्लाजा से आने-जाने पर टोल टैक्स लगेगा। माना जा रहा है कि इसकी दरें लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे की दरों के आसपास ही रहेंगी। इस नवनिर्मित एक्सप्रेसवे पर फिलहाल रोजाना 15 से 20 हजार वाहन गुजरेंगे।