
कैनबरा । सोलोमन द्वीप की राजधानी होनियारा में शुक्रवार को हिंसा तो थम गई है, लेकिन सरकार अब भी उन समस्याओं का समाधान और चिंताओं को दूर करती नजर नहीं आ रही, जिनके कारण दो दिनों तक दंगे हुए थे। लोगों की चिंताओं में चीन के साथ बढ़ता संपर्क भी शामिल है। सोलोमन द्वीप के प्रधानमंत्री मनस सोगावरे ने घरेलू मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लक्ष्य से देश में प्रदर्शनों के लिए विदेशी ताकतों को जिम्मेदार बताया।
वह परोक्ष रूप से ताइवान और अमेरिका की ओर इशारा कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने कहा बाहरी (विदेशी) दबाव बहुत बड़ा कारक था उसका बहुत प्रभाव था। मैं नाम नहीं लेना चाहता। इसे यहीं रहने देते हैं। होनिआरा के चाइना टाउन और आसपास के इलाकों में दंगों से ज्यादा तबाही हुई।
प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री सोगावरे के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। चीन के हित में ताइवान के साथ कूटनीतिक संबंध समाप्त करने के 2019 के फैसले को लेकर देश की सबसे ज्यादा आबादी वाले द्वीप मलाइता के नेताओं ने सोगावरे की कटु आलोचना की थी। इसके अलावा प्रधानमंत्री सोगावरे के नेतृत्व वाली सरकार अमेरिका से मलाइता को सीधे तौर पर मिलने वाली लाखों डॉलर की सहायता को लेकर भी काफी नाराज है।
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