बिलासपुर। सिम्स के गायनिक वार्ड में प्रसव के लिए बढ़ी संख्या में गर्भवती महिलाएं पहुंच रही हैं। ऐसे में सर्जरी करने के लिए ओटी(आपरेशन थियेटर) कम पड़ रहा है। इस समस्या को देखते हुए सिम्स में चार नए ओटी तैयार किए जा रहे हंै।
सिम्स में मौजूदा स्थिति में प्रसव कराने के लिए दो ओटी का संचालन हो रहा है। जबकि 100 बेड का गायनिक वार्ड हर समय गर्भवती महिलाओं से भरा रहता है। ऐसे में लगातार ओटी का संचालन किया जाता है। लेकिन दो ओटी होने की वजह से कई बार परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा देने के लिए केंद्र स्तर पर अभियान भी चल रहा है।
इन बातों को ध्यान में रखते हुए गायनिक वार्ड में अतिरिक्त रूप से चार नए हाईटेक ओटी का निर्माण किया जा रहा है। लगभग 50 प्रतिशत काम पूरा किया जा चुका है। आने वाले एक से दो महीने के भीतर ओटी को तैयार कर लिया जाएगा। मौजूदा स्थिति में चिकित्सकीय उपकरण स्थापित किया जा रहा है। सिम्स प्रबंधन के मुताबिक इन ओटी के संचालन के बाद एक ही साथ छह लोगों का सुरक्षित प्रसव कराया जा सकेगा।
आधुनिक उपकरणों से होगा लैस
ओटी को पूरी तरह से हाईटेक बनाया जा रहा है। साथ ही ओटी में उपयोग होने वाले चिकित्सकीय उपकरण पूरी तरह से आधुनिक रहेगा। इसमें प्रसव कराने के दौरान चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ की टीम को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। सिम्स के एमएस डा. नीरज शिंडे ने बताया कि इस ओटी के बनने के बाद एक दिन में 50 से ज्यादा प्रसव कराने की क्षमता सिम्स की हो जाएगी।
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