भोपाल । प्रदेश सरकार ने कर्मचारियों एवं पेंशनरों की आठ फीसद महंगाई भत्ता-राहत बढ़ाने की घोषणा की है। प्रदेश के कर्मचारियों को अब 20 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिलेगा। दीवाली पूर्व की गई इस राहत की बौछार से प्रदेश के पौने सात लाख कर्मचारियों और लगभग साढ़े चार लाख पेंशनरों को राहत मिलेगी। इसका लाभ नवंबर में मिलने वाले वेतन में जुड़कर मिलेगा। इस निर्णय से सरकार के खजाने पर सालाना 3000 करोड़ रुपये का वित्तीय भार आएगा। इसके साथ ही लंबित वार्षिक वेतन वृद्धि के एरियर का पचास फीसद भुगतान नवंबर में देय वेतन में किया जाएगा। जबकि, शेष पचास फीसद राशि मार्च 2022 में दिए जाने वाले फरवरी के वेतन में दी जाएगी। वार्षिक वेतन वृद्धि पर सरकार को एक हजार करोड़ रुपये का अतिरिक्त खर्च प्रति वर्ष वहन करना होगा। प्रदेश में अभी कर्मचारियों को 12 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिल रहा है। जबकि, केंद्र सरकार अपने कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ाकर 28 फीसद कर चुकी है। कर्मचारी संगठन लगातार सरकार से महंगाई भत्ता बढ़ाने की मांग कर रहे थे। इसको लेकर कई आंदोलन भी हो चुके हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसमें वृद्धि की घोषणा करते हुए कहा कि प्रदेश के कर्मचारी सच्चे अर्थों में कर्मयोगी हैं। कोरोना काल में कर्मचारियों ने जो सेवा दी है, उसे भुलाया नहीं जा सकता। कोरोना संक्रमण की दो लहरों के कारण राजस्व आय में काफी कमी आई। आठ माह उद्योग-व्यापार लगभग ठप जैसे रहे। खजाने में पैसा नहीं बचा और दूसरी तरफ कोरोना के इलाज के लिए काफी धनराशि खर्च करनी पड़ी। इसके मद्देनजर वेतन वृद्धि का फैसला स्थगित करना पड़ा था और महंगाई भत्ता भी नहीं बढ़ा पाए थे। अब महंगाई भत्ते में आठ फीसद की वृद्धि करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद वित्त विभाग ने आदेश निकालने की तैयारी प्रारंभ कर दी है, जो एक-दो दिन में जारी हो जाएंगे।वित्त विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कर्मचारियों के साथ पेंशनरों को भी इस फैसले का लाभ मिलेगा।
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