नई दिल्ली । देश में कोरोना के मामलों में कमी को देखते हुए नागरिक विमान मंत्रालय ने 18 अक्टूबर से घरेलू व्यावसायिक उड़ानों में यात्रियों की क्षमता को लेकर लागू पाबंदियां हटाने का आदेश दिया है। इससे उड़ानों का संचालन पूरी क्षमता से किया जा सकेगा। इसका अर्थ है कि वे अब सभी उपलब्ध सीटों में से 100 प्रतिशत बुक कर सकती हैं। हालांकि, इस दौरान कोविड प्रोटोकाल का पालन करना होगा। नया आदेश सोमवार 18 अक्टूबर से प्रभावी हो गया है।
गाइडलाइन का हो सख्ती से पालन
हालांकि, एयरलाइंस और हवाईअड्डा संचालकों को मंत्रालय ने कहा है कि सुनिश्चित करें कि कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाए और कोविड उपयुक्त व्यवहार को सख्ती से लागू किया जाए। मंत्रालय ने कहा कि हवाई यात्रा की मांग की समीक्षा के बाद क्षमता प्रतिबंध हटा दिए गए हैं।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने मई 2020 से घरेलू एयरलाइन की क्षमता को सीमित कर दिया था। वर्तमान में घरेलू उड़ानों की क्षमता की सीमा 85 फीसद है। भारतीय एयरलाइंस 9 अक्टूबर को 2,340 घरेलू उड़ानें संचालित कीं या उनकी संयुक्त रूप से कोविड पूर्व क्षमता का 71.5 फीसद रहा। सितंबर में सरकार ने क्षमता प्रतिबंध को 72.5 फीसदी से बढ़ाकर 85 फीसदी कर दिया था। इससे पहले नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने जुलाई महीने में घरेलू उड़ानों की क्षमता को 50 फीसदी से बढ़ाकर 65 फीसदी किया था। कोरोना के प्रसार के कारण केंद्र सरकार ने दो महीने के ब्रेक के बाद मई महीने में घरेलू उड़ान संचालन फिर से शुरू किया था।
ज्ञात हो कि कोविड महामारी के प्रसार की वजह से 23 मार्च 2020 से शेड्यूल्ड अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगा दी गई थी, लेकिन मई 2020 से वंदे भारत मिशन के तहत विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन हो रहा है। इसके अलावा कुछ देशों के साथ ‘एयर बबल' व्यवस्था के तहत जुलाई, 2020 से उड़ानों का परिचालन हो रहा है।
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