![](https://pradeshlive.com/uploads/news/201912/Jaipur-Metro-1-Final.jpg)
नई दिल्ली| दिल्ली मेट्रो के पूरे नेटवर्क को जोड़ने वाली सबसे बड़ी 58 किलोमीटर की पिंक लाइन (मजलिस पार्क से शिव विहार) कॉरीडोर इस वर्ष के अंत तक ग्रीन लाइन (बहादुरगढ़ से कीर्ति नगर) के साथ जुड़ जाएगी। अभी यह लाइन इकलौता कॉरीडोर है जो पिंक लाइन के ऊपर से तो गुजरती है मगर उसके साथ कोई इंटरचेंज स्टेशन नहीं है। डीएमआरसी पिंक लाइन के पंजाबी बाग पश्चिमी मेट्रो स्टेशन के साथ ग्रीन लाइन को जोड़ने के लिए यहां 230 मीटर एफओबी बना रही है, जिसे इस साल के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। यह एफओबी पंजाबी बाग पर बनेगा।
अपने आप में अनोखा होगा
डीएमआरसी ग्रीन और पिंक लाइन के यात्रियों की सहूलियत के लिए पहली बार ऐसे एफओबी का निर्माण कर रही है। ग्रीन लाइन कॉरीडोर जो पंजाबी बाग गोल चक्कर के पास से गुजर रहा है, वहां ग्रीन लाइन स्टेशन के बजाए बीच ट्रैक के साथ एक स्टील की संरचना का प्लेटफार्म बनाया जा रहा है। इसे एफओबी के साथ जोड़ा जाएगा, जो सीधे पिंक लाइन के पंजाबी बाग पश्चिमी मेट्रो स्टेशन से जुड़ेगा। ग्रीन लाइन के इस प्लेटफार्म पर कोई टिकटिंग या अतिरिक्त सेवा नहीं होगी। सिर्फ पिंक लाइन पर जाने वाले यात्रियों के लिए यहां ट्रेन रोकने और उतरकर जाने की व्यवस्था होगी।
किसे फायदा
दिल्ली मेट्रो की ग्रीन लाइन हरियाणा के बहादुरगढ़ से कीर्ति नगर तक चलती है। वर्तमान में अगर कोई बहादुरगढ़ से आ रहा है और उसे गुरुग्राम, विश्वविद्यालय या दक्षिणी दिल्ली जाना है तो उसे पहले कीर्ति नगर जाना पड़ता है। वहां से ब्लू लाइन के जरिए राजीव चौक जाकर यलो लाइन के जरिए दक्षिणी दिल्ली या कश्मीरी गेट जाना पड़ता है। फिर वहां से वह आगे गंतव्य तक पहुंच सकता है। पिंक लाइन पूरी दिल्ली को आपस में जोड़ती है लेकिन अबतक ग्रीन लाइन की कोई कनेक्टविटी नहीं है। एफओबी बनने से पश्चिमी दिल्ली/ उत्तरी पश्चिमी संसदीय सीट के ज्यादातर इलाके को फायदा मिलेगा।
कैसे मिलेगी राहत
ग्रीन और पिंक लाइन इंटरचेंज स्टेशन के फायदे को ऐसे समझें। अभी अगर ग्रीन लाइन से आने वाले किसी व्यक्ति को एम्स जाना है तो वह पहले कीर्ति नगर जाएगा। वहां इंटरचेंज कर ब्लू लाइन पर सफर कर राजीव चौक जाएगा। वहां फिर दूसरे इंटरचेंज के जरिए एम्स पहुंचेगा। इसमें 45 मिनट से अधिक समय लगेगा। साथ ही उसे 18 स्टेशन से होकर गुजरना पड़ेगा। वहीं, ग्रीन लाइन के पिंक लाइन से जुड़ जाने के बाद यात्री पंजाबी बाग पर उतरकर एफओबी के जरिए पिंक लाइन के पंजाबी बाग पश्चिम से सीधे आईएनए जाएगा। वहां से अगला स्टेशन एम्स है। इस दौरान उसे 30 मिनट का समय लगेगा, सिर्फ 12 स्टेशनों पर सफर करना पड़ेगा। इसी तरह अगर वह गुरुग्राम जाना है तो उसे राजीव चौक के बजाए पिंक लाइन से ही सीधे आईएनए और वहां से सीधे गुरुग्राम चला जाएगा। इससे यात्री का समय और पैसा दोनों बचेगा।
नंबर गेम
- 230 मीटर लंबा एफओबी बन रहा है
- 3.5 मीटर चौड़ा प्लेटफॉर्म बनेगा, ट्रैक के बगल में
- 155 मीटर लंबा प्लेटफॉर्म होगा
- 26 लोगों को एक साथ लेकर चलने वाला एलिवेटर भी लगाया जाएगा
- 16.7 मीटर का अंतर है पिंक और ग्रीन लाइन कॉरीडोर की ऊंचाई में
Please do not enter any spam link in the comment box.