भोपाल ।  शहर के दो सरकारी अस्पतालों हमीदिया और सुल्तानिया में भर्ती मरीजों की सोनोग्राफी जांच अब पलंग पर ही होगी।  यह संभव होगा बेडसाइड सोनोग्राफी मशीनों के जरिए।  मरीज को अब अपने बिस्तर से उठकर सोनोग्राफी केंद्र पर जाने की जरूरत नहीं होगी। यह सुविधा सुल्तानिया अस्पताल में शुरू हो गई है। हमीदिया अस्पताल में अगले सप्ताह से शुरु हो जाएगी। यह सुविधा मरीजों को चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के प्रयासों के बाद मिल रही है। ओपीडी में ही होती थी सोनोग्राफी जांच राजधानी के सुल्तानिया जनाना अस्पताल में ओपीडी में ही सोनोग्राफी जांच होती थी। भर्ती महिलाओं को अपने बिस्तर से उठकर जाना पड़ता था। ओपीडी में सामान्य मरीजों का भी दबाव रहता था। भर्ती और ओपीडी मरीजों के अधिक दबाव के कारण कई बार भर्ती महिला मरीजों की जांचें देरी से हो पाती थी। ऐसी स्थिति में महिलाओं को इंतजार करना पड़ता था और दर्द बढ़ जाता था। गंभीर मरीजों के परिजनों को भी दिक्कतें होती थी। यहां-वहां भटकना पड़ता था। यहां तक की गंभीर हालत में मरीज को सोनोग्राफी जांच के लिए दूसरे कमरे में ले जाना ही मुश्किल होता था। इन सभी असुविधाओं को देखते हुए अस्पताल में बेडसाइड सोनोग्राफी मशीन खरीद ली है। शुक्रवार से बेडसाइड सोनोग्राफी जांच सुविधा चालू कर दी गई है। इस सुविधा से अस्पताल में भर्ती होने वाली गर्भवती महिलाओं को सुविधा होगी। राजधानी के सबसे बड़े हमीदिया अस्पताल में चार बेडसाइड मशीनें है। अभी इन्हें अलग-अलग वार्डों में दिया है। जहां पर मरीजों की जांचें होती है। इन मशीनों को बेडसाइड सुविधा के तहत चिन्हित किया है। बता दें कि हमीदिया अस्पताल व सुल्तानिया अस्पताल में अति गंभीर मरीजों के लिए बेडसाइड सोनोग्राफी जांच की सुविधा दी जाती है इसलिए सभी मरीजों को इस सुविधा का लाभ नहीं मिल पाता है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने प्रबंधन को निर्देशित किया है कि मरीज परेशान न हो, उनकी जांचें उनकी पलंग पर ही होनी चाहिए। यहां से वहां भटकने की स्थिति नहीं बननी चाहिए। बीते सप्ताह मंत्री ने सुविधाओं का जायजा लेते हुए यह बात कही है। यह भी कहा है कि वैसे ही मरीज परेशान रहते हैं। संक्रमण का खतरा रहता है इसलिए जल्द बेडसाइड सोनोग्राफी जांच की सुविधा शुरू की जाए।