शाम को बदला मौसम, कई जगह गिरे पेड़, बिजली गुल; इंदौर में तेज हवा के साथ कुछ इलाकों में बूंदाबांदी
इंदौर में पिछले तीन दिनों से बादलों की आवाजाही जारी है, बुधवार शाम को कई इलाकों में बूंदाबांदी हुई।
मुरैना में आंधी से हर तरफ धूल ही धूल
भोपाल में बुधवार शाम अचानक मौसम बदल गया। करीब साढ़े छह बजे तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। इससे कई इलाकों में पेड़ गिर गए। कई क्षेत्रों में बिजली भी गुल हो गई। इससे पहले इंदौर में कई इलाकों में बूंदाबांदी हुई। तेज हवाओं के कारण सुबह से गर्मी से परेशान लोगों को हल्की राहत मिली। खंडवा और सागर में दोपहर बाद बादल छा गए। खंडवा, मुरैना में तेज हवा के साथ धूल के गुबार उठे।
पश्चिमी राजस्थान की ओर से आए चक्रवात के कारण भोपाल, इंदाैर समेत मालवा निमाड़ के ज्यादातर जिलों में मौसम में बदलाव आ गया है। बुधवार सुबह की शुरुआत तेज धूप से हुई, लेकिन दोपहर होते-होते अचानक से आसमान में काले घने बदल छाने लगे। शाम को काली घटाएं छा गईं।
पिछले दो दिन से छाए हल्के बादल बुधवार शाम को गहरा गए। बादल और हल्की-हल्की हवा चलने के बाद भी पिछले दो दिनों से न्यूनतम तापमान में कमी नजर नहीं आ रही। सोमवार रात जो न्यूनतम पारा 24.2 डिग्री रिकॉर्ड हुआ था, वह मंगलवार रात 27.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। इसके पहले मंगलवार सुबह बादलों की ओट में हुई थी। शाम पांच बजे तो धूप बिलकुल खत्म हो गई। बादल ही नजर आ रहे थे। हालांकि यह बरसने वाले नहीं थे। बादल और हवा के कारण ही दिन का तापमान स्थिर है। मंगलवार को यह 38.5 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य ही रहा। इस बार अप्रैल का महीना पिछले साल जैसा ही बीत रहा है।
बीते साल का अप्रैल पिछले एक दशक में सबसे कम तापमान वाला था। अधिकतम तापमान 39.7 डिग्री के स्तर तक ही था। इस बार भी तापमान 38 से 39 डिग्री के बीच ही रिकॉर्ड हो रहा है। महीने के अंत में इसमें कुछ इजाफा होने के आसार हैं। इसके पीछे कारण यह है, 20 अप्रैल गर्मी को प्रभावित कर रही उत्तर, पश्चिम हवा की दिशा बदल सकती है। फिर राजस्थान, गुजरात तरफ से हवा चलना शुरू होगी। यही हवा तापमान बढ़ा सकती है। विदर्भ में एक द्रोणिका भी बनी हुई है। इस कारण भी कहीं-कहीं बारिश भी हो रही है।
इंदौर में पिछले 10 वर्षों में 2019 का अप्रैल सबसे गर्म
साल तारीख (अप्रैल महीना) अधिकतम तापमान
2011 27 व 29 40.8 डिग्री
2012 3 व 10 40.2 डिग्री
2013 30 41.0 डिग्री
2014 29 40.8 डिग्री
2015 21 42.0 डिग्री
2016 30 41.5 डिग्री
2017 18 41.6 डिग्री
2018 29 42.1 डिग्री
2019 29 43.5 डिग्री
2020 16 39.7 डिग्री
खंडवा शहर समेत अंचल में बुधवार को मौसम अचानक बदल गया। दोपहर 3 बजे तेज हवाओं के साथ धूल के गुबार उड़ने लगे। शहर की सड़कों पर वाहनों के पहिए थम गए, तो तेज हवाओं से पेड़ों की टहनियां गिर गई। मौसम के रुख को देखते हुए बिजली सप्लाई बंद रही। जावर-मूंदी अंचल में हल्की बारिश हुई।
तेज हवाओं के साथ बारिश:खंडवा में 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाएं, उड़ते धूल के गुबार से थमे वाहनों के पहिए, ग्रामीण इलाकों में बारिश; बिजली सप्लाई बंद
सागर में मौसम सुबह से शुष्क रहा। तेज धूप खिली। सुबह 9 बजे से ही धूप में चुभन रही। गर्म हवाओं ने लोगों को हलाकान किया, लेकिन दोपहर करीब 2.30 बजे मौसम ने अचानक करवट बदली। आसमान में बादल छा गए। हवाओं का दौर शुरू हुआ। इससे लोगों को गर्मी की तपन से कुछ हद तक राहत मिली। अधिकतम तापमान 40 डिग्री और न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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