पिछले 3 महीने में कॉल करने पर जिले के 976 बच्चों को मिली घर पहुंच निशुल्क परिवहन सुविधा
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पिछले 3 महीने में कॉल करने पर जिले के 976 बच्चों को मिली घर पहुंच निशुल्क परिवहन सुविधा

 बच्चा बीमार है तो 108  पर कॉल करने पर जननी एक्सप्रेस और 108 एंबुलेंस की सुविधा मिलेगी, 



कृष्णा पंडित मंडीदीप । सड़क हादसे या अन्य  दुर्घटनाओं में घायल हुए लोगों को मौके पर मदद पहुंचाने वाली 108 एंबुलेंस और गर्भवती महिलाओं को घर से अस्पताल लाने ले जाने वाली जननी एक्सप्रेस अब सिक न्यू बोर्न केयर यूनिट के काम भी आ रही है। मतलब  यदि आपका बच्चा बीमार है तो 108 पर  कॉल करके आप  जननी एक्सप्रेस और 108 एंबुलेंस की निशुल्क सुविधा ले सकते हैं ।बीते 3 माह पहले शुरू की गई इस महत्वपूर्ण सेवा का लाभ ग्रामीण क्षेत्र के जरूरतमंदों को घर बैठे मिल रहा है। यह सुविधा मिलने से एक और जहां ग्रामीण अभिभावकों को वाहन सुविधा के अभाव में परेशान नहीं होना पड़ रहा है। वहीं दूसरी और वे अपने जिगर के टुकड़े की सेहत को लेकर भी निश्चिंत हो गए हैं। अब तक जिले के  976 बच्चों को इस सुविधा का लाभ मिल चुका है।




नवजात बीमार बच्चे को अस्पताल से घर लाने और बीमार होने या चेकअप कराने के लिए दोबारा अस्पताल लाने - ले जाने के लिए लोगों को अक्सर परेशान होना पड़ता था। अब उनकी यह परेशानी कम हो गई है ।  क्योंकि 108 एंबुलेंस और जननी एक्सप्रेस वाहन की नवजातओं के लिए  परिवहन सुविधा भी मुहैया करा दी गई है। इसके लिए ब्लॉक के मंडीदीप, औबेदुल्लागंज एवं सुल्तानपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर दो-दो  वाहन उपलब्ध कराए गए हैं। जबकि पूरे जिले में 12 वाहन 108 एंबुलेंस और 18 जननी एक्सप्रेस सहित कुल 30 वाहन इस कार्य में लगे हुए हैं। इसके लिए जिला मुख्यालय पर बनाए गए कॉल सेंटर में प्रतिदिन 50 बच्चों को इस सुविधा का लाभ मिल रहा है।


अस्पताल ले जाने आएगा रिमाइंडर कॉल:


 इतना ही नहीं, बीमार नवजात को अस्पताल लाने ले जाने के लिए 108 के कॉल सेंटर से रिमाइंडर कॉल भी आएगा। इसके लिए कॉल सेंटर में करीब 10 लोगों को सिक न्यू बोर्न केयर यूनिट के तहत रिमाइंडर कॉल करने का काम सौंपा गया है। यह लोग स्वास्थ्य विभाग से बीमार नवजातो का डाटा जुटा कर लोगों को 1 दिन पहले कॉल कर अस्पताल जाने की याद दिला रहे हैं। इसके लिए नि :शुल्क 108 और जननी एक्सप्रेस की सुविधा भी मुहैया कराए जाने की जानकारी भी दे रहे हैं ।यहां से रोज करीब 50 नवजातों को घर से अस्पताल और अस्पताल से घर लाया - ले जाया जा रहा है। 


प्रचार प्रसार का अभाव:


स्वास्थ्य विभाग द्वारा 3 माह पहले इस महत्वकांक्षी योजना की शुरुआत की गई है। परंतु इसका प्रचार प्रसार ना किए जाने से अधिकांश अभिभावकों को इसकी जानकारी ही नहीं है। शहर के वार्ड 15 सतलापुर निवासी शिवा गौर बताते हैं कि सरकार ने बच्चों के लिए 108 या  जननी एक्सप्रेस की कोई सेवा शुरू की है इसकी उन्हें जानकारी ही नहीं है। यदि मुझे पता होता तो मैं अपने 2 साल के बेटे को इसी वाहन की सुविधा लेकर अस्पताल ले जाता। लेकिन जानकारी के अभाव में मुझे प्राइवेट वाहन के माध्यम से बच्चे को अस्पताल ले जाना पड़ा। इसी तरह की बात हरि ओम पुरी भी करते हैं उनको भी इस सुविधा की जानकारी नहीं है। इन जैसे सैकड़ों लोग हैं जो इस योजना की जानकारी ना होने से अपने स्वयं के वाहन या महंगे किराए के वाहनों में बच्चों को अस्पताल ले जाने को मजबूर हो रहे हैं।


इनका कहना है

"एसएनसीयू में इलाज करा रहे बच्चों या जिनको भी एक्स्ट्रा केयर की जरूरत होती है। कॉल करने पर हम उन्हें वाहन सुविधा उपलब्ध कराते हैं। हमारे पास प्रतिदिन 300 से 500 कॉल आते हैं। जिन्हें हम प्राथमिकता से परिवहन सेवा उपलब्ध कराते हैं। प्रचार प्रसार के लिए हम खुद अभिभावकों को फोन कर उनसे वाहन सुविधा लेने के बारे में पूछते हैं।"

-तरुण सिंह परिहार, मार्केटिंग मैनेजर ,जि कित्सा कंपनी भोपाल

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