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इंजीनियर संस्थाओं में दाखिले के लिए कोरोना महामारी में ऑनलाइन मोड से जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (जेईई मेन्स) की परीक्षा में पहले दिन करनाल में 90 विद्यार्थियों ने ही परीक्षा दी। जबकि 73 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे।
करनाल में 6 सितंबर तक ऑनलाइन मोड में परीक्षा आयोजित की जाएगी। परीक्षा का आयोजन सुबह व शाम की दो शिफ्ट में किया जा रहा है। सुबह 9 से 12 जबकि शाम को 3 से 6 तक परीक्षा का आयोजन किया गया।
एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) द्वारा जेईई मेन्स 2020 के लिए करनाल के नीलकंठ ढाबे के समीप 163 विद्यार्थियों का केंद्र बनाया गया था। देश में राजनीति संगठनों ने जेईई मेन परीक्षा का विरोध प्रदर्शन का करनाल में हुई परीक्षा पर कोई असर दिखाई नहीं दे रहा है।
गत सप्ताह एडमिट कार्ड के साथ लिए सेल्फ डिक्लेरेशन के आधार पर ट्रेवल व मेडिकल हिस्ट्री न छुपाने यानी सही पाए जाने वाले व स्वस्थ उम्मीदवारों को ही परीक्षा में हिस्सा लेने दिया गया। परीक्षा नकल रहित संपन्न हो इसके लिए पुलिस बल भी तैनात किया गया था। परीक्षा में किसी भी उम्मीदवार को बड़े बटन वाले कपड़े और मोटे तलवे, हाई हील के शूज और सैंडल पहनने की अनुमति नहीं थी। इससे पहले सभी को सेनिटाइजर करने के बाद मास्क पहनकर ही प्रवेश करने दिया गया।
कॅरिअर बनाने के लिए परीक्षा जरूरी
परीक्षा देने पहुंचे विद्यार्थी लोकेश व संयम व नितिन ने कहा कि कोरोना महामारी में विद्यार्थियों का कैरियर भी जरूरी है। इसलिए ऑनलाइन मॉड में परीक्षा होने से विद्यार्थियों का कैरियर बच सकता है। यदि परीक्षाएं नहीं होती तो अच्छे शिक्षण संस्थान में दाखिला प्राप्त नहीं होता।
सुबह के सत्र में 62 में से 36 ने परीक्षा दी
पहले दिन परीक्षा शांतिपूर्वक व नकल रहित संपन्न हुई। सुबह के सत्र में 62 में से 36 ने परीक्षा दी। जबकि शाम के सत्र में 101 उम्मीदवार थे इनमें 54 ही परीक्षा में शामिल हुए। डाॅ. राजन लांबा, सहोदय स्कूल कॉम्प्लेक्स, अध्यक्ष, करनाल।
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from KAPS Krishna Pandit
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