ऑनलाइन ठगी को ट्रेस करने को जिला स्तर पर बनाई एसआईटी, 26 केस सौंपे
Type Here to Get Search Results !

ऑनलाइन ठगी को ट्रेस करने को जिला स्तर पर बनाई एसआईटी, 26 केस सौंपे


ऑनलाइन ठगी के मामले पुलिस के पास पहुंचने पर अधिकांश मामले अनट्रेस रहते हैं। मामले को ट्रेस करने और क्राइम हिस्ट्री तैयार करने के लिए जिला स्तर पर एसटीआई गठित की है। एसआईटी न केवल एडवांस टेक्नोलॉजी का प्रयोग करते गिरोह तक पहुंचकर ठगी के बढ़ रहे मामलों को अंकुश लगाएगी, बल्कि लोगों को ठगी के तरीके और उनके बचने के बारे में भी जागरूक करेगी। जिससे लोग गिरोह के चंगुल में फंसने से बच सके।

एएसपी गोहाना उदय सिंह मीना को एसआईटी का इंचार्ज नियुक्त किया है। एसआईटी को करीब 26 केस सौंपे गए हैं। ये मामले जिला के थानों में दर्ज किए थे। थाना की जांच टीम मामले को ट्रेस करने में कामयाब नहीं हो पाई है। वहीं, ऑनलाइन ठगी के मामले बढ़ रहे हैं। पुलिस के पास शिकायत आने पर थाना में केस दर्ज हो जाता है, लेकिन अधिकांश मामले अनट्रेस ही रहते हैं। इससे पुलिस अधिकारियों पर मामला ट्रेस करने का दबाव बढ़ रहा है। एसपी सोनीपत जश्नदीप सिंह रंधावा ने अलग से एसआईटी गठित की है।

एसआईटी के कार्य का प्रत्येक सप्ताह मीटिंग में रिव्यू किया जाएगा। अधिकारी का कहना है कि इसका फायदा यह होगा टीम बेहतर ढंग से कार्य करेगी। वहीं, जांच करने में कोई भी बाधा आ रही होगी तो वह भी आला अधिकारियों के संज्ञान में आने से दूर हो जाएगी। उनका कहना है कि एसआईटी को ऑनलाइन ठगी के मामले ही सौंपे जाएंगे।

लोगों को जागरूक भी करेगी एसआईटी
ठगी करने वाला गिरोह नए-नए तरीके अपना रहे हैं। जो भी शिकायत पुलिस के पास पहुंचेगी, एसटीआई उसका अध्ययन करेगी। आरोपियों द्वारा ठगी करने का अपनाया गया तरीका समझा जाएगा। साइबर एक्सपर्ट से मिलकर उसके बचाव के तरीकों पर चर्चा करेगी। ताकि लोगों को ठगी का तरीका और उससे बचने के अपनाएं जाने वाले तरीके बताएं जा सके। लोगों को अपना मैसेज पहुंचाने के लिए पुलिस व्हाट्सअप, मीडिया, मैसेज, वेबसाइट और सीधा संवाद का तरीका अपनाएगी।

ऑनलाइन मोबाइल बेचने के नाम पर ठगी
ऑनलाइन मोबाइल बेचने के नाम पर बली गांव के ग्रामीण से करीब 57 हजार रुपए की ठगी गई। आरोपियों ने फेसबुक पर मोबाइल फोन बेचने का एक विज्ञापन डाला था। विज्ञापन में दिए नंबर पर फोन करने उसने स्वयं को सीआईएसएफ में कार्यरत है। आरोपी ने ग्रामीण से कई बार रुपए ट्रांसफर कराएं।

क्रेडिट कार्ड बनाने पर ठगी
गिरोह द्वारा लोगों के पास फोन करके किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के नाम पर बैंक खाते की जानकारी जुटाते हैं। ओटीपी नंबर पूछकर खाते से रुपए ट्रांसफर कर लेते हैं। छिछड़ाना के किसान से करीब 1.96 लाख रुपए की ठगी की गई थी। इसके अलावा कार्ड बदलकर भी ठगी की जाती है।




from KAPS Krishna Pandit

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad

Below Post Ad

Bhopal

4/lgrid/Bhopal
----------------NEWS Footer-------------------------------- --------------------------------CSS-------------------------- -----------------------------------------------------------------