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गुरुवार सुबह 3 घंटे हुई तेज बारिश के बाद शहर की सड़कें दिखाई देनी बंद हो गई और दूर तक पानी ही पानी दिखाई दे रहा था। जिसे देख लग रहा था जैसे किसी झील में वाहन तैर रहे हों।
तीन घंटे में करीब 30 एमएम बारिश से दुकानों व मकानों में पानी घुस गया। वहीं डीसी व एसडीएम के मकानों में भी जलभराव हो गया। तीन घंटे में 30 एमएम बारिश ने प्रशासन के पानी निकासी प्रबंधों की धज्जियां उड़ा दी। एक सप्ताह पहले हुई 60 एमएम बारिश का पानी अभी तक नहीं निकाला गया था कि गुरुवार को दोबारा तेज बारिश हो गई। शाम तक कुछ सड़कों पर पानी घट गया, लेकिन अनेक सड़कों पर पानी जमा रहा।
दुकानें हुई बंद तो बीच सड़क वाहन हुए खराब
गुरुवार को हुई तेज बारिश से शहर की सभी सड़कें पानी से लबालब भर गई। मुख्य सड़कों पर भी दो से ढाई फुट तक पानी जमा हो गया। ऐसे में बाजार के अंदर काफी ऐसी दुकानें हैं जो सड़कें के लेवल में ही बनी हुई हैं।
इन दुकानों में पानी घुस गया है। ऐसे में लोगों ने मजबूरीवश अपनी दुकानों के शटर बंद कर घर लौटना पड़ा। दूसरी तरफ इतने ज्यादा पानी में दुपहिया वाहन चालक भी फंसे दिखाई दिए। जगह जगह बाइक व स्कूटी पानी घुसने के कारण खराब हो गई। जिन्हें पैदल घसीट कर लोग ले जा रहे थे।
खुद ही डूबे तो शहरवासियों को कौन बचाए
जिला उपायुक्त ने मानसून शुरू होने से पहले ही जनस्वास्थ्य विभाग को पूरे प्रबंध करने के लिए निर्देश जारी कर दिए थे। लेकिन जनस्वास्थ्य विभाग शहर के पानी निकासी नालों की सफाई तक नहीं करवा पाया। ऐसे में पानी निकासी प्रबंध 30 एमएम बारिश में धरे के धरे रह गए। बारिश ने जिला प्रशासन की सभी तैयारियों की पोल खोल कर रख दी।
पहले से तैयारी नहीं होने के कारण बढ़ी परेशानी: पार्षद
शहर के पार्षद दीपक श्योराण, कुलदीप गांधी, विरेंद्र पप्पू व दीपक चौहान ने कहा कि जिला प्रशासन हो या जनस्वास्थ्य विभाग कोई भी मानसून को लेकर गंभीर नहीं था। यहीं कारण रहा है कि मानसून से पहले शहर के पानी निकासी नाले व सीवर लाइनों की ब्लॉकेज नहीं खोली गई। यहीं कारण रहा कि शहर में जलभराव की समस्या बनी हुई है। सभी पार्षदों ने डीसी को भी ज्ञापन सौंपा था। लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ।
मैनहोल व पानी निकासी नाले दे गए जवाब
जनस्वास्थ्य विभाग शहर में लगातार पानी निकासी नालों व सीवर मैनहोल की साफ सफाई करवा रहा है। बावजूद शहर की मुख्य सड़कें पानी से लबालब भरी रही। क्योंकि मुख्य सड़कों पर बने पानी निकासी नाले और सीवर मैनहोल ओवरफ्लो हो गए। जिससे पानी निकासी नहीं होने से पूरे दिन जलभराव से लोगों को परेशानी होती रही। पानी निकासी नाले व सीवर मैनहोल तो बरसाती पानी के कारण दिखाई ही नहीं दे रहे थे।
समाधान के लिए कई बार उठाई जा चुकी मांग
नगर के अनेक क्षेत्रों में पिछले लंबे समय से सीवरेज जाम, ओवरफ्लों जैसी समस्याएं बनी हुई है। इनका पूर्णतय समाधान के लिए अनेकों बार मांग उठाई जा चुकी है। इस मांग को हरा भरा हरियाणा के प्रदेश संयोजक व पूर्व विधायक पवन सैनी के नगर प्रवास के दौरान जिलाध्यक्ष व अन्य पदाधिकारियों द्वारा मांग उठाई गई थी। जिसके बाद अब कुछ दिनों हेतु अस्थाई रूप से यह सुपर सकर मशीन भिवानी से मंगवा ली गई है। आने वाले दिनों में यह नगर के प्रत्येक क्षेत्र में जाम सीवरेज की सफाई का कार्य पूर्ण करेगी।
चार घंटे में 50 प्रतिशत पानी सड़कों से उतारा
गुरुवार को सुबह साढ़े 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक बारिश होती रही। जिससे शहर की सभी सड़कें पानी से लबालब हो गई थी। इसके बाद जनस्वास्थ्य विभाग ने जगह जगह रखी अपनी मोटरें चला दी। इसके बाद शाम 4 बजे तक शहर की सड़कों से करीब 50 प्रतिशत पानी का निकास किया गया है।
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